स्कीम में बड़े बदलाव और कई नई
कम्पोनन्ट मैन्यफैक्चरिंग योजना| हिंदुस्तान को इलेक्ट्रॉनिक मैन्यफैक्चरिंग हम सब
बनाने की नई दिशा में बड़ा कदम|
📅 18 जुलाई 2025 को केन्द्रीय सरकार ने PLI स्कीम को नया स्ट्रक्चर (री स्ट्रक्चर) करते हुए एक नई योजना की घोषणा
की (PLI Component
Manufacturing scheme) इसके तहद हम एलेक्टोनिक मैन्यफैक्चरिंग के दिशा मे नया कदम
बड़ा शकते है|
नई योजना – कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग
स्कीम
👉 इसका क्या उद्देश्य है;
इस योजना का मुख्य उद्देश है भारत में
कम्पोनन्ट,सब असेंबली और कैपिटल गुड्ज़
का घरेलू निर्माण बड़ाया जाए,जिससे इंडिया दुनिया के टॉप 4 इलेक्ट्रॉनिक मैन्यफैक्चरिंग
देशों के लिस्ट म शामिल हो सके और हमारा इलेक्ट्रॉनिक मैन्यफैक्चरिंग मार्केट बड़ सके|
योजना की मुख्य बातें:
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🔹 बिंदु |
विवरण |
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💰 कुल बजट |
₹22,900 करोड़ |
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🏭 लक्ष्य |
इलेक्ट्रॉनिक
उपकरणों के पार्ट्स और मैन्युफैक्चरिंग मशीनों का भारत में निर्माण |
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🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत |
आयात पर
निर्भरता घटेगी, रोजगार
बढ़ेगा |
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📦 MSME सपोर्ट |
छोटे और
मझोले उद्योगों को भी मिलेगा लाभ |
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⏳ लागू अवधि |
2025-26 से शुरू होकर
आने वाले वर्षों में लागू |
इससे देश को क्या मिलेगा?
1) भारत में उद्योगों को मजबूती
2) नौकरी के नए अवसर
3) विदेशी मुद्रा की बचत (क्योंकि अब आयात की जरूरत कम होगी)
4)भारत को ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनने में मदद
निष्कर्ष:
सरकार का यह कदम ‘मेक इन इंडिया’
और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में बेहद मजबूत कदम है। आने वाले समय में
यह योजना भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नई ऊंचाइयों पर ले
जा सकती है।
🔗 स्रोत:
- The
Economic Times
- Financial Times
- Study IQ News
