देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बिहार राज्य मे 7200 करोड़ की विकास परियोजना का उद्घाटन व शिलान्यास किया
तारीख: 18 जुलाई 2025
स्थान: बिहार, भारत
मुख्य बिंदु:
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
आज तारीख 18 जुलाई 2025 को बिहार राज्य में 7200 करोड़ रुपये की 200 से अधिक विकास परियोजना का उद्घाटन यव शिकन्यास किया| इन योजना
को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास के लिए तयार किया गया|
🎤 समारोह में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति:
- राज्यपाल: आरिफ़ मोहम्मद खान
- मुख्यमंत्री: नीतीश कुमार
- केंद्रीय मंत्री: नितिन गडकरी, अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह सहित कई अन्य
- बिहार के मंत्रीगण व सांसदगण
🔧 उद्घाटन/शिलान्यास की गई प्रमुख परियोजनाएं:
1. सड़क
एवं परिवहन:
- राष्ट्रीय राजमार्गों का
चौड़ीकरण व उन्नयन( जिसे अपघातो का ज्यादा खतरा नहीं रहेगा)
- बिहार के ग्रामीण इलाकों को जोड़ने वाली PMGSY सड़कों
का निर्माण
- पटना रिंग रोड परियोजना का पहला चरण शुरू
2. रेलवे
परियोजनाएं:
- नई रेल लाइन बिछाने एवं विद्युतीकरण कार्य
- प्रमुख रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण
- मेमू ट्रेन सेवा का उद्घाटन – स्थानीय लोगों को मिलेगा सीधा लाभ
3. ऊर्जा
एवं बिजली क्षेत्र:
- ग्रामीण क्षेत्रों में
24x7 बिजली
आपूर्ति योजना(जिससे ग्रामीण स्थानों में बिजली रहेगी )
- नए सौर ऊर्जा संयंत्रों की
स्थापना(जिससे सूर्य की किरनोसे बिजली उत्पन्न करने)
4. शिक्षा
एवं स्वास्थ्य क्षेत्र:
- नए मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास
- AIIMS-पटना में उन्नत सुविधाओं का उद्घाटन
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का
विस्तार बदेगा जिससे विद्यालयोमे विद्या का स्थान बदेगा
5. शहरी
विकास:
- स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत
शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य
- पीने के पानी और सीवेज प्रबंधन परियोजनाएं
🗣️ प्रधानमंत्री का संबोधन:
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा:
बिहार आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत स्तम्भ,स्थान बनेगा| ये योजना ये राज्य
के किसानों को सुविधा देंगी और राज्य के युवा को रोजगार देंगी जिसे आम जीवन को बेहतर
बनएगी|
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा की
2024 के लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र और राज्य के बीच सायोग और तेज हुया है|
🎯 परियोजनाओं का उद्देश्य:
- रोजगार के अवसर बढ़ाना जो देश के युवा को राजगर
मिल सकेगा
- बुनियादी ढाँचा मजबूत करना जिसे देश की और राज्य
की स्थिति में और भी ज्यादा सुधार आएगा
- ग्रामीण-शहरी संतुलन बनाना
- आर्थिक गतिविधियों को तेज करना
